भारी जल का मुख्य उपयोग नाभिकीय संयन्त्रों मे होने वाली नाभिकीय विघटन क्रियाओं के दौरान उत्पन्न न्यूट्रॉन को अवशोषित करने के लिये मंदक के रूप मे होता है ।
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भारी जल का मुख्य उपयोग नाभिकीय संयन्त्रों मे होने वाली नाभिकीय विघटन क्रियाओं के दौरान उत्पन्न न्यूट्रॉन को अवशोषित करने के लिये मंदक के रूप मे होता है ।
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भारी जल का मुख्य उपयोग नाभिकीय संयन्त्रों मे होने वाली नाभिकीय विघटन क्रियाओं के दौरान उत्पन्न न्यूट्रॉन को अवशोषित करने के लिये मंदक के रूप मे होता है ।
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चाहे परमाणु ऊर्जा हों या वो भौतिक, रासायनिक संयत्र, दुर्घटना हर जगह कष्टप्रद होती है, फिर बात जब परमाणु ऊर्जा की हो तो नाभिकीय विघटन के कारण स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि इसके दुष्प्रभावों और नुक़सान से उबरने मे सदियां बीत जाती हैं.